जेपी मॉर्गन का दावा: बिटकॉइन और एथेरियम में संस्थागत निवेशकों की रुचि कम हो रही है

क्रिप्टो बाजार में मंदी का खतरा बढ़ा, संस्थागत निवेशकों ने कम किया निवेश

क्रिप्टोकरेंसी का बाजार हमेशा से ही उतार-चढ़ाव और अनिश्चितता के लिए जाना जाता है। हाल ही में अमेरिकी बैंक जेपी मॉर्गन ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि बिटकॉइन और एथेरियम जैसी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में संस्थागत निवेशकों (Institutional Investors) की रुचि कम होती जा रही है। यह बदलाव क्रिप्टो बाजार के लिए एक बड़े मंदी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

जेपी मॉर्गन के विश्लेषक निकोलोस पैनिगिर्ट्जोग्लू के नेतृत्व में तैयार की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, सीएमई (CME) पर बिटकॉइन और एथेरियम के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में मांग में भारी गिरावट देखी गई है। यह संकेत है कि बड़े निवेशक अब क्रिप्टोकरेंसी से दूरी बना रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, “यह एक नकारात्मक विकास है, जो संस्थागत निवेशकों की मांग में कमी को दर्शाता है।”

क्या है फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में गिरावट का मतलब?

फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में गिरावट का मतलब है कि निवेशकों को भविष्य में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों के बारे में आशंका हो रही है। सीएमई पर बिटकॉइन और एथेरियम के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमतें स्पॉट मार्केट (वर्तमान बाजार) से नीचे चली गई हैं, जिसे “बैकवर्डेशन” (Backwardation) कहा जाता है। यह स्थिति आमतौर पर तब देखी जाती है जब निवेशक बाजार से दूर होने लगते हैं।

जेपी मॉर्गन के अनुसार, यह संकेत है कि संस्थागत निवेशक अब क्रिप्टोकरेंसी में अपना एक्सपोजर कम कर रहे हैं। इससे बाजार में और गिरावट का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि क्रिप्टो बाजार हमेशा से ही बड़े निवेशकों के पैसों पर निर्भर रहा है।

क्रिप्टो बाजार का कुल बाजार पूंजीकरण 15% गिरा

जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टो बाजार का कुल बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) पिछले कुछ हफ्तों में 15% गिरकर 3.72 ट्रिलियन डॉलर से घटकर 3.2 ट्रिलियन डॉलर रह गया है। यह गिरावट संस्थागत निवेशकों के बाजार से दूर होने के साथ ही देखी गई है।

मैक्रोइकॉनॉमिक अनिश्चितता और लाभ उठाने की प्रवृत्ति

जेपी मॉर्गन का मानना है कि संस्थागत निवेशकों का क्रिप्टो से दूर होना मैक्रोइकॉनॉमिक (Macroeconomic) अनिश्चितता के कारण है। अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नियमों (Regulations) को लेकर अभी तक कोई बड़ा फैसला नहीं हुआ है, और ऐसी उम्मीद है कि यह फैसले इस साल की दूसरी छमाही में ही आएंगे। इस अनिश्चितता के कारण कई निवेशकों ने अपना मुनाफा काटकर बाजार से दूरी बना ली है।

इसके अलावा, मोमेंटम ट्रेडिंग फंड्स (Momentum Trading Funds) और कमोडिटी ट्रेडिंग एडवाइजर्स (Commodity Trading Advisors) जैसे बड़े निवेशक भी अपना एक्सपोजर कम कर रहे हैं। यह कदम बाजार में बिकवाली (Selling Pressure) को और बढ़ा रहा है।

क्या यह गिरावट अस्थायी है या लंबे समय तक चलेगी?

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट बुल मार्केट (Bull Market) का एक सामान्य हिस्सा है और लंबे समय के निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, दूसरों का कहना है कि मैक्रोइकॉनॉमिक अनिश्चितता और नियामक निर्णयों (Regulatory Decisions) का इंतजार बाजार में बिकवाली का दबाव बनाए रख सकता है।

निष्कर्ष

क्रिप्टो बाजार एक निर्णायक मोड़ पर है, जहां हर संकेत को बारीकी से देखा जा रहा है। जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट ने बिटकॉइन और एथेरियम के भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। अगर संस्थागत निवेशकों की रुचि कम होती रही, तो क्रिप्टो बाजार में और गिरावट देखी जा सकती है। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी का बाजार हमेशा से ही अनिश्चितताओं से भरा रहा है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में यह किस दिशा में जाता है।

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