Ranya Rao Caught with 14kg Gold: डीआरआई ने 6 महीने तक उस पर नज़र रखी, डीजीपी पिता ने तस्करी रैकेट से ‘अनभिज्ञ’ कहा
कर्नाटक में सोने की तस्करी केस में सैंडलवुड एक्ट्रेस रान्या राव की गिरफ्तारी ने हलचल मचा दी है।
बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर 14 किलोग्राम सोने की पट्टियों के साथ पकड़ी गईं सैंडलवुड एक्ट्रेस रान्या राव की गिरफ्तारी ने पूरे कर्नाटक में तहलका मचा दिया है। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब रान्या के पिता और वरिष्ठ IPS अधिकारी DGP K रामचंद्र राव ने खुद को अपनी बेटी के कार्यों से दूर कर लिया। रान्या, जो कन्नड़ और तमिल फिल्मों में काम कर चुकी हैं, को डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने दुबई से लौटने के बाद हवाई अड्डे पर रोक लिया था। उनके पास एक बेल्ट में छिपाए गए 14 किलोग्राम सोने की पट्टियां पाई गईं।
रान्या राव की गिरफ्तारी और जांच की प्रगति
32 वर्षीय रान्या राव को मंगलवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जांचकर्ताओं का मानना है कि वह बेंगलुरु हवाई अड्डे के माध्यम से संचालित एक बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती हैं। इस मामले ने न केवल सार्वजनिक बहस छेड़ दी है, बल्कि यह भी सवाल उठाया है कि कैसे एक प्रोटोकॉल अधिकारी की मदद से रान्या ने हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच से बचने में कामयाबी हासिल की।
पिता ने खुद को किया अलग
रान्या के पिता और वरिष्ठ IPS अधिकारी DGP K रामचंद्र राव ने इस मामले में खुद को अपनी बेटी के कार्यों से दूर कर लिया है। उन्होंने कहा, “उसकी शादी को चार महीने हो चुके हैं और शादी के बाद से वह हमारे पास नहीं आई है। हमें उसके या उसके पति के व्यवसायिक कार्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह हमारे लिए एक बड़ा झटका और निराशा का विषय है। कानून अपना काम करेगा।”
रान्या के बारे में और जानकारी
रान्या राव कन्नड़ और तमिल फिल्मों में काम कर चुकी हैं और उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा जगत में एक जाना-माना चेहरा माना जाता है। हालांकि, उनकी गिरफ्तारी ने उनकी छवि को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। जांचकर्ताओं के अनुसार, रान्या DRI के रडार पर पहले से ही थी क्योंकि वह जनवरी 2025 से लगातार विदेश यात्राएं कर रही थी। उन्होंने गल्फ देशों की 10 से अधिक छोटी यात्राएं की थीं। अधिकारी अब उनके पिछले आगमन के फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्होंने पहले भी सोने की तस्करी की थी।
प्रोटोकॉल विशेषाधिकार का दुरुपयोग
इस मामले में एक और चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। रान्या को हवाई अड्डे पर प्रोटोकॉल विशेषाधिकार का लाभ मिलता था, जो आमतौर पर केवल बड़े अधिकारियों के लिए आरक्षित होता है। एक प्रोटोकॉल अधिकारी उन्हें हवाई अड्डे से बाहर तक एस्कॉर्ट करता था, जिससे वह शारीरिक तलाशी से बच जाती थी। इसके अलावा, एक सरकारी वाहन उन्हें हवाई अड्डे से लेने आता था, जिससे सड़क पर किसी भी तरह की जांच से बचा जा सके।
पिता के पुराने विवादों की छाया
रान्या के पिता DGP K रामचंद्र राव भी पहले एक विवाद में घिर चुके हैं। 2014 में, जब वह IGP (सदर्न रेंज) थे, केरल के एक जौहरी ने मैसूर पुलिस पर एक निजी बस से जब्त किए गए 2 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया था। CID ने इस मामले की जांच की थी और राव के गनमैन को डकैती के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, इस मामले में राव पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ था, लेकिन यह विवाद उनकी छवि को नुकसान पहुंचा चुका है।
तस्करी नेटवर्क की जांच
रान्या के इस मामले में कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वह एक बड़े संगठित तस्करी नेटवर्क का हिस्सा है। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि क्या उनके परिवार या पति का इस तस्करी नेटवर्क से कोई संबंध है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस मामले ने सार्वजनिक बहस को जन्म दिया है। कई लोगों ने सवाल उठाया है कि कैसे एक प्रोटोकॉल अधिकारी की मदद से रान्या ने हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच से बचने में कामयाबी हासिल की। इसके अलावा, यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि क्या उनके पिता की हैसियत ने उन्हें इस तरह के कार्यों में संलिप्त होने का अवसर दिया।
निष्कर्ष
रान्या राव की गिरफ्तारी ने न केवल कर्नाटक बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना दिया है। यह मामला न केवल एक एक्ट्रेस की गिरफ्तारी का मामला है, बल्कि यह सवाल उठाता है कि कैसे प्रोटोकॉल विशेषाधिकार का दुरुपयोग किया जा सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच में और क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या रान्या के परिवार या पति का इस तस्करी नेटवर्क से कोई संबंध है।
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कानून के सामने सभी बराबर हैं, चाहे वह किसी भी हैसियत के क्यों न हों। अब यह देखना बाकी है कि कानून इस मामले में क्या फैसला सुनाता है और क्या रान्या और उनके सहयोगियों को उनके कार्यों की सजा मिलती है।
vedio link : https://youtu.be/Xm43LgcZ3Qw?si=CvLygbLo-UMTwjqK